विश्व बैंक ने इस साल ग्लोबल ग्रोथ रेट कम रहने की भविष्यवाणी की है। यानी दुनिया एक बार फिर आर्थिक मंदी की चपेट में आ सकती है। हालांकि राहत की बात यह है कि रिपोर्ट में भारत में बेहतर हालात का अनुमान लगाया गया है। विश्व बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री कौशिक बसु ने कहा कि फेडरल रिजर्व को एक्सचेंज रेट में उतार-चढ़ाव की खराब होती स्थिति और लड़खड़ाती ग्लोबल ग्रोथ से बचने के लिए अगले साल तक ब्याज दर बढ़ाने से परहेज करना चाहिए।